कमला (बदला हुआ नाम) सुल्तानपुरी की रहने वाली थी, जिसने 5/10/15 को अपनी 2 बेटियों के साथ घर छोड़ दिया था। वह अपने पति के साथ-साथ अपने परिवार के सदस्यों से भी नाराज हो गई थी। पुलिस केस दर्ज होने के बाद भी महिला का कुछ पता नहीं चल सका| एक समय के बाद हाईकोर्ट ने 2018 में केस को क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया था।
क्राइम ब्रांच जांच में महिला को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में पकड़ने में सफल रही। क्राइम ब्रांच को जांच में पता चला के महिला अपना धर्म परिवर्तन कर के दोनों बेटियों के साथ गुरुद्वारे में सेवा कर रही थी। पुलिस ने महिला को वापस उसके घर ले जाने का प्रयास किया तो उसने अपने पति और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ रहने से और वापस जाने से साफ़ इनकार कर दिया। हलाकि महिला के परिवार वाले महिला को समझने व घर लाकर में शक्षम रहे
क्राइम ब्रांच की उपायुक्त मोनिका भारद्वाज ने कहा कि काफी तलाशी के बाद भी बच्चियां और महिलाएं नहीं मिलीं. फिर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। स्थानीय पुलिस द्वारा महिला को खोजने में विफल रहने के बाद परिवार ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। हाईकोर्ट ने 2018 में दिल्ली पुलिस ने केस क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया था। जांच के दौरान एसीपी एसके गुलिया की टीम और इंस्पेक्टर महेश पांडेय को पता चला कि कमला का अपने पति से अनबन चल रही थी. पुलिस ने संदेह के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया और पॉलीग्राफ टेस्ट कराया, लेकिन सफलता नहीं मिली। उनके लापता होने की सूचना उनके परिवार ने टीवी-रेडियो के माध्यम से भी दी थी। लड़कियों और महिलाओं का सुराग लगाने वालों के लिए 15,000 रुपये के इनाम की घोषणा की गई।