गुप्त नवरात्री 2021: नवरात्रि नौ दिनों तक चलने वाला हिंदू त्योहार है जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा की पूजा करने से मोक्ष प्राप्त करने में मदद मिलती है और भविष्य के लिए उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार साल में 4 बार नवरात्रि होते है, जो भारत के विभिन्न राज्यों में मनाए जाते है। हालाँकि, उनमें से केवल दो (चैत्र नवरात्रि और शरद नवरात्रि) को ही सर्वोच्च महत्वपूर्ण माना जाता है।
अन्य दो ‘गुप्त नवरात्रि’ हर साल दो बार मनाए जाते हैं, एक बार ‘माघ मास’ में जिसे माघ गुप्त नवरात्रि के रूप में जाना जाता है और एक बार ‘आषाढ़ मास’ में जिसे आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के रूप में जाना जाता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, माघ नवरात्रि जनवरी-फरवरी के महीनों के दौरान मनाए जाते है, जबकि आषाढ़ नवरात्रि जून-जुलाई के महीने में मनाए जाते है।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2021 में कब है?
इस वर्ष आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 11 जुलाई से शुरू होकर 19 जुलाई को समाप्त होंगे। अष्टमी 17 जुलाई 2021 को पड़ रही है, जबकि नवमी 18 जुलाई 2021 को मनाई जाएगी।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2021 के नौ दिन
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि देवी दुर्गा को समर्पित नौ दिनों तक चलने वाला त्योहार है आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की तिथियां नीचे दी गई हैं:
नवरात्रि दिवस 1 (प्रतिपदा): 11 जुलाई, 2021 (रविवार)
घटस्थापना , माँ शैलपुत्री पूजा
नवरात्रि दिवस 2 (द्वितीय): 12 जुलाई, 2021 (सोमवार)
माँ ब्रह्मचारिणी पूजा
नवरात्रि दिवस 3 (तृतीया): 13 जुलाई, 2021 (मंगलवार)
माँ चंद्रघंटा पूजा
नवरात्रि दिवस 4 (चतुर्थी): 14 जुलाई, 2021 (बुधवार)
माँ कुष्मांडा पूजा
नवरात्रि दिवस 5 (पंचमी): 15 जुलाई, 2021 (गुरुवार)
माँ स्कंदमाता पूजा
नवरात्रि दिवस 6 (षष्ठी, सप्तमी): 16 जुलाई, 2021 (शुक्रवार)
माँ कात्यायनी पूजा, माँ कालरात्रि पूजा
नवरात्रि दिवस 7 (अष्टमी): 17 जुलाई, 2021 (शनिवार)
दुर्गा अष्टमी, माँ महागौरी पूजा, माँ संधि पूजा
नवरात्रि दिवस 8 (नवमी): 18 जुलाई, 2021 (रविवार)
माँ सिद्धिदात्री पूजा
नवरात्रि दिवस 9 (दशमी): 19 जुलाई, 2021 (सोमवार)
नवरात्रि समापन
गुप्त नवरात्रि को गायत्री नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है।
गुप्त नवरात्रि में रखें इन बातों का ध्यान-
- गुप्त नवरात्रि के दौरान मांस-शराब, लहसुन और प्याज का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
- मां दुर्गा स्वयं नारी हैं इसलिए नारी का सदैव सम्मान करना चाहिए। नारी का सम्मान करने वालों पर मां दुर्गा की कृपा बरसती है।
- नवरात्रि के दिन घर में किसी प्रकार की ईर्ष्या, द्वेष या अनादर नहीं करना चाहिए। कहा जाता है कि ऐसा करने से सुख-समृद्धि नहीं आती है।
- नवरात्रि में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सूर्योदय से नौ दिनों तक स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करना चाहिए।
- नवरात्रि के दौरान काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए या चमड़े की बेल्ट या जूते नहीं पहनने चाहिए।
- ऐसा माना जाता है कि नवरात्रि में बाल, दाढ़ी और नाखून नहीं काटने चाहिए।
- नवरात्रि में बिस्तर पर नहीं बल्कि जमीन पर सोना चाहिए।
- घर में आए किसी अतिथि या भिखारी का अपमान नहीं करना चाहिए।