भारतीय रेलवे 327 किलोमीटर की एक रेलवे लाइन को जोड़ने के लिए तैयार है, जो चार धाम यानि गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ को उत्तराखंड राज्य में देहरादून और करनप्रयाग के माध्यम से जोड़ती है, जो करोड़ों भक्तों के लिए एक आसान और आरामदायक यात्रा है। वही जानकारी के मुताबिक पूरे प्रोजेक्ट पर लगभग 43,292 करोड़ रुपये खर्च होने की उम्मीद जताई जा रही है। रेल मंत्री पीयूष गोयल द्वारा साझा किए गए विवरण के अनुसार, 327 किलोमीटर लंबी रेल लाइन देहरादून, पौड़ी, टिहरी गढ़वाल, चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी से होकर गुजरेगी।
वही रेल मंत्रालय पीयूष गोयल ने कहा कि भारतीय रेलवे को क्षमता, भार, गति और सुरक्षा जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा क्योंकि सभी चार धाम विभिन्न स्तरों पर ऊंचे स्तर पर स्थित हैं। रेल मंत्रालय के अनुसार, यमुना की उत्पत्ति का पता लगाने वाला यमुनोत्री मीन सागर स्तर से 3,293 मीटर की दूरी पर स्थित है, गंगा का उद्गम स्थल गंगा का उद्गम स्थल 3,408 मीटर मीन सागर स्तर पर स्थित है, केदारनाथ 3,583 मीटर मीन सागर स्तर पर स्थित है जबकि बद्रीनाथ। मीन समुद्र तल से 3,133 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि परियोजना के पूरा होने के बाद, चारधाम की यात्रा भक्तों के लिए आसान हो जाएगी और उत्तराखंड राज्य के लिए विकास के अवसरों को लाएगी।