केदारनाथ धाम में रविवार दोपहर हल्की बर्फबारी हुई। इसके साथ, इस सीजन की दूसरी बर्फबारी दर्ज की, जिससे धाम में न्यूनतम तापमान माइनस चार डिग्री तक पहुंच गया। हालांकि, अधिकतम तापमान 16 डिग्री दर्ज किया गया।
केदारनाथ के अलावा, तुंगनाथ, मदमहेश्वर और कालीशिला की पहाड़ियों पर भी हल्की बर्फबारी हुई। कथित तौर पर, पंचचूली और नंदा देवी सहित मुनस्यारी के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी तेज हो गई है। जहां मुनस्यारी में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री दर्ज किया गया, वहीं अधिकतम तापमान 13 डिग्री तक लुढ़का। इसके अलावा, जिले में कुछ समय से बादल छाए हुए हैं। इससे धारचूला, बेरीनाग और गंगोलीहाट में भी तापमान में गिरावट आई है।
इसके अलावा, उत्तराखंड के चमोली क्षेत्र में भारी बर्फबारी के बाद बद्रीनाथ धाम बर्फ से ढक गया था। घरों की छतों पर बर्फ की मोटी परतें देखी जा सकती थीं, क्योंकि कठोर सर्दियों के कारण नलों और सीवरों में पानी भी जम जाता था। बद्रीनाथ में, देर से गर्मी के मौसम के अचानक बदलने के बाद तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई थी। तीर्थयात्रियों को रविवार की सुबह तब रोका गया, जब उन्होंने छतों और झाड़ियों पर ठंढ की मोटी परतें देखीं।
आगे, नलों में पानी जमने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रिपोर्टों के अनुसार, बद्रीनाथ धाम के आस-पास की छोटी-छोटी नदियाँ और नाले भी ठंड के कारण जम जाते हैं। इसके चलते तीर्थयात्रियों ने ठंड से कुछ राहत पाने के लिए अलाव जलाना शुरू कर दिया। केदारनाथ और बद्रीनाथ के अलावा नीलकंठ, नर नारायण पर्वत और हेमकुंड साहिब में भी भारी बर्फबारी हुई।