श्री माता वैष्णो देवी यात्रा पर आने वाले भक्तो के लिए श्राइन बोर्ड ने यात्रा में बड़े बदलाव कर यात्रिओं को बड़ी राहत दी है दरअसल श्राइन बोर्ड ने अब श्री माता वैष्णो देवी यात्रा में 5000 हज़ार यात्रिओं की संख्या को बढ़ा कर 7000 हज़ार करने का फैसला किया साथ ही 17 अक्टूबर को शुरू होने वाले पावन नवरात्रि के अवसर पर श्राइन बोर्ड ने अन्य राज्यों से आने वाले भक्तो की संख्या को 1000 हज़ार से बढ़ा कर अब 4000 करने का फैसला किया है जिससे न सिर्फ श्री माता वैष्णो देवी यात्रा पर आने वाले भक्तो में भरी उत्साह है साथ ही भक्तो में ख़ुशी की लहर देखने को भी मिल रही है|
वही श्राइन बोर्ड ने एक अहम फैसला लेते हुए श्री माता वैष्णो देवी यात्रा से किसी भी तरह की उम्र की पाबंदी को भी हटाने का फैसला किया है दरअसल श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा 7 महीने बाद कोरोना काल में शुरू तो ज़रूर हुई थी पर श्राइन बोर्ड की तरफ से भक्तो के लिए बहुत सारी पाबंदी भी लगाई हुई थी जिसमे से सबसे बढ़ी पाबंदी 10 साल से छोटे उम्र के बच्चे एवं 60 साल से ज्यादा उम्र के वरिष्ठ नागरिक को यात्रा मे आने की अनुमित नहीं थी जिससे भक्तो में भरी मायूसी भी देखि जा सकती थी जो अब श्राइन बोर्ड के फैसले के बाद पूरी तरह से ख़त्म हो चुकी है यानि के अब श्री माता वैष्णो देवी यात्रा पर 10 साल से छोटे उम्र के बच्चे एवं 60 साल से ज्यादा उम्र के वरिष्ठ नागरिक को यात्रा मे आने की अनुमित मिल चुकी है
श्री माता वैष्णो देवी यात्रा में अब यात्रिओं को मिलेगी घोड़े, पिट्ठू व पालकी की सुविधा दरअसल श्री माता वैष्णो देवी यात्रा में कोरोना महामारी के चलते श्राइन बोर्ड ने यात्रा शुरू करने के बावजूद वैष्णो देवी यात्रा में घोड़े, पिट्ठू व पालकी की सुविधा को बहाल नहीं किया था जिसके चलते यात्रिओं को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था साथ ही जो भक्त अर्द्धकुवारी मंदिर तक पैदल नहीं चल सकते थे उन्हे सबसे ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था| वही अब श्राइन बोर्ड ने एहम फैसला लेते हुए अब यात्रिओं को घोड़े, पिट्ठू व पालकी की सुविधा फिरसे देने का फैसलाल किया है जिससे भक्तो ने भी रहत की सास ली है|
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने भक्तों की सहूलियत के लिए मोबाइल एप्लीकेशन को लॉन्च किया है जिसे श्री माता वैष्णो देवी यात्रा पर आने वाले लाखो भक्तो को विभिन जानकारियाँ व सेवाओं का लाभ भी मिल सकेगा
दरअसल श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने कोरोना महामारी के चलते भक्तो की कम संख्या को देखते हुए हालि में ही एक मोबाइल एप्लीकेशन को लॉन्च करने का फैसला किया था जिसके चलते भक्त रोजाना श्री माता वैष्णो देवी जी के पिंडी रूपी दर्शन घर बैठे ही कभी भी कही भी कर सकेंगे|
वही मोबाइल एप्लीकेशन के जरिये भक्त श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड से माता वैष्णो देवी जी का प्रशाद भी घर बैठे ही मंगवा सकेंगे| प्रशाद मंगवाने के लिए भक्तो को अपना नाम व पता भी दर्ज करवाना अनिवार्य होता है| भक्तो को प्रशाद तीन श्रेणी के तहत मिल सकता है जैसे 500 रूपये, 1100 रूपये एवं 2100 रूपये
मोबाइल एप्लीकेशन के जरिये भक्त श्री माता वैष्णो देवी यात्रा के लिए यात्रा पर्ची भी बुक कर सकते है जिसे न सिर्फ यात्रिओं को यात्रा के दौरान सहूलियत मिलेगी साथ ही यात्रिओं को निरंतर यात्रा पर्ची की सेवा भी मिल सकेगी| वही मोबाइल एप्लीकेशन के जरिये भक्त श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड को डोनेशन भी घर बैठे ही दे सकते है वही डोनेशन देने के बाद भक्तो को श्राइन बोर्ड रसीद भी देगा|
जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा अनलॉक 5 में किए गए बदलाव
जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा अनलॉक 5 में किए गए बदलाव से श्री माता वैष्णो देवी यात्रा पर आने वाले भक्तो को राहत मिल सकती है दरअसल कोरोना वायरस के बीच सामान्य स्थिति को बहाल करने के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा कई फैसले लिए गए हैं।
राज्य ने 15 अक्टूबर से बिना पास और बार और सिनेमाघरों के लिए अंतर-राज्य यात्रा की अनुमति दी है, ताकि नए दिशानिर्देशों के के साथ सब कुछ सामान्य और आसान हो सके। अंतर-राज्यीय यात्रा के लिए, राज्यों ने बिना किसी प्रतिबंध के प्रवेश की अनुमति दी है। हालांकि, 31 अक्टूबर तक स्कूल बंद रहेंगे
इसके अलावा, 17 अक्टूबर से शुरू होने वाले नवरात्र के मद्देनजर, सात हजार स्थानीय यात्रियों को प्रतिदिन श्री माता वैष्णो देवी के दर्शन करने की अनुमति होगी। पहले, केवल पाँच हजार लोगों को ही पवित्र मंदिर के दर्शन करने की अनुमति थी। यात्रा का ऑनलाइन पंजीकरण पहले की तरह जारी रहेगा। स्थिति की समीक्षा करने के बाद, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ पालकी सेवा और बाहर से आने वाले यात्रियों की संख्या शुरू करने का फैसला करेंगे।
जम्मू और कश्मीर के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने गुरुवार को अनलॉक -5 को लॉन्च करने का आदेश जारी किया। इस बैठक के दौरान, यात्रा द्वारा वायरस के प्रसार के बारे में चिंताएं, यात्रा द्वारा संक्रमण फैलने का जोखिम, और आने वाले समय में संक्रमण की स्थिति को उठाया गया और चर्चा की गई। संक्रमण के आधार पर, राज्य को लाल, नारंगी और हरे क्षेत्रों में वर्गीकृत करने के निर्णय की समय-समय पर समीक्षा की जाएगी।