जम्मू कश्मीर सरकार एक बड़े फैसले में, सरकार ने मंगलवार को जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले में श्री माता वैष्णो देवी मंदिर सहित सभी धार्मिक स्थलों को फिर से खोलने का फैसला किया है जिसके चलते न सिर्फ भक्त अब श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा कर पाएंगे साथ ही भक्त राज्य में स्थित अन्य तीर्थ स्थल जैसे शिव खोड़ी, बाबे मंदिर, कोल कंडोली मंदिर, धनसार बाबा, सिहाड़ बाबा एवं जम्मू के रघुनाथ मंदिर के भी दर्शन कर पाएंगे। आंतिरक खबर यह भी है के माता वैष्णो देवी की यात्रा दो चरण में शुरू होगी जिसमे पहले चरण में स्थानीय तीर्थयात्रियों को माता वैष्णो देवी की यात्रा एवं दर्शन करने की अनुमति दी जाएगी वही दूसरे चरण में अन्य राज्यों से भक्तो को श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा करने का सौभग्य प्राप्त कर सकेंगे।
जम्मू कश्मीर सरकार के वरिष्ठ अधिकारी ने यह सुचना मंगलवार को दी जिसमे अधिकारी ने बताया के जम्मू कश्मीर सरकार ने 16 अगस्त, 2020 से जम्मू कश्मीर में सभी स्थित सभी धार्मिक स्थलों और पूजा स्थलों को खोलने का फैसला किया है| हलाकि अधिकारी ने यह भी बताया की सरकार ने किसी भी धार्मिक जुलूस और बड़े धार्मिक आयोजन को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया हैं, “प्रमुख सचिव और सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने मंगलवार को अपने ट्विटर हैंडल पर यह सुचना साझा की। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “चूंकि सरकार ने धार्मिक स्थानों को खोलने का निर्णय लिया है, इसलिए हम श्रद्धालुओं के लिया मंदिर खोलने से पहले कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए जल्द ही एसओपी तैयार करेंगे जिसका सभी भक्तो एवं अधिकारीयों को सख्ती से पालन करना होगा।
क्या होता है एसओपी (SOP)
एसओपी का मतलब “स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर” होता है जिसमे किसी भी कार्य एवं व्यवस्था को चलने के लिए कुछ दिशा निर्देश इस्थापित किये जाते है जिसे सभी को मानते हुए व्यवस्था को बरक़रार रखना होता है| वही कुछ इसी प्रकार से ही श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड भी माता वैष्णो देवी यात्रा को शुरू करने और व्यवस्था बनाये रखने के लिए जल्द ही एसओपी यानि “स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर” का गठन करेगा जिसे न सिर्फ सभी भक्तो को मानना होगा साथ ही सभी अधिकारी भी व्यवस्था और निर्देश का पालन करेंगे|
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड वैष्णो देवी यात्रा को लेकर विभिन्न वरिष्ठ अधिकारीयों के साथ में बैठक कर यात्रा को लेकर सभी सम्भवता खतरों का आकलन कर रहा है जिससे न सिर्फ यात्रा पर आने वाले भक्तो की सुरक्षा का भी ख्याल रक्खा जयेगा साथ ही कोरोना महामारी से किसी भी तरह के संक्रमण फैलने से भी रोका जयेगा| एसओपी के गठन और 16 अगस्त से यात्रा शुरू होने के बाद श्राइन बोर्ड नहीं चाहेगा की माता वैष्णो यात्रा कोरोना महामारी के खतरे के चलते फिरसे बंद करनी पड़े इसी कारण श्राइन बोर्ड हर संभव प्रयास करने में जुटा है जिसे यात्रा सुरक्षित बनाई जा सके|
केंद्र ने 8 जून से धार्मिक स्थलों को फिर से खोलने के लिए अपनी मंजूरी दे दी थी, लेकिन कोविड -19 मामलों में एकदम उछाल के बाद जम्मू कश्मीर सरकार की तरफ से सभी धार्मिक स्थल पर रोक रोक को जारी रखा गया हलाकि श्राइन बोर्ड ने माता वैष्णो देवी की यात्रा को जुलाई महीने में खोलने का प्रयास भी किया था और काफी हद तक श्राइन बोर्ड इसमें सफल भी रहा लेकिन कोविड -19 मामलों में एकदम उछाल के बाद श्राइन बोर्ड ने यात्रा खोलने से इंकार करने में ही सहमति जताई|
वही लॉकडाउन के बावजूद भी जम्मू कश्मीर सरकार और श्राइन बोर्ड की तरफ से कटरा शहर में स्वच्छता अभियान चलाए जा रहे थे। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि यात्रा परची काउंटर के बाहर, भवन में और दो हेलिपैड कटरा और सांजीछत में सामाजिक दुरी बनाये रखने के लिए हर 6 फ़ीट की दूरी पर गोल घेरे बनाये जा रहे है और सभी यात्रा परची काउंटर, यात्रा एंट्री गेट एवं अर्द्धकुवारी, भवन व भैरो बाबा परिसर में कोरोना महामारी से बचाव के लिए सेनेटाईजैशन टनल का निर्माण किया जा रहा है|