देहरादून (उत्तराखंड) : उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर पुजारी केदारनाथ मंदिर के बाहर मौन धरने पर बैठ गए हैं. रविवार को पुजारियों का धरना तीसरे दिन में प्रवेश कर गया, जिसमें वे उपवास भी रख रहे हैं।
केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज ने कहा है कि यदि राज्य सरकार द्वारा गठित बोर्ड को जल्द भंग नहीं किया गया तो विरोध और तेज हो जाएगा. देवस्थानम बोर्ड के विरोध में पुजारियों ने कहा कि इस बोर्ड के बनने से उनके अधिकारों का हनन हो रहा है.
केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज के मुताबिक मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मुख्यमंत्री बनने के तुरंत बाद बोर्ड पर दोबारा विचार करने का आश्वासन दिया था. उन्होंने कहा, ‘हालांकि अब दोबारा विचार करने की बजाय बोर्ड का विस्तार किया जा रहा है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुजारियों ने चेतावनी दी कि जब तक बोर्ड भंग नहीं होता तब तक आंदोलन जारी रहेगा। केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज के सदस्य अंकित सेमवाल ने कहा, ‘फिलहाल बोर्ड की ओर से सिर्फ सांकेतिक उपहास किया जा रहा है और अगर सरकार जल्द फैसला नहीं लेती है तो आंदोलन तेज किया जाएगा.