Vaishno Devi News: अगर आप श्री माता वैष्णो देवी जी के दर्शन कर चुके हैं तो आपको पता होगा कि यात्रा पर्ची के बिना श्रद्धालुओं को Shri Mata Vaishno Devi जी पवित्र यात्रा पर भक्तो को प्रवेश नहीं दिया जाता है, यानी आपकी यात्रा का पहला पड़ाव यात्रा पर्ची लेकर बानगंगा से प्रवेश करना होता है जिसके बाद ही आप भक्त 13.5 किलोमीटर लम्बी यात्रा के लिए आगे बढ़ सकते है. लेकिन अब आने वाले समय में आपको दर्शन करने के लिए यात्रा पर्ची नहीं मिलेगी. जी हां, श्राइन बोर्ड यात्रा पर्ची की जगह नई टेक्नोलॉजी पर काम कर रहा है. नई तकनीक लागू होने के बाद 60 साल से चली आ रही यात्रा पर्ची की परंपरा पूरी तरह खत्म हो जाएगी. Vaishno Devi News
Vaishno Devi अगस्त से शुरू होगा नया सिस्टम:
दरअसल, 1 जनवरी 2022 को भवन पर हुए हादसे के बादश्री माता वैष्णो देवी जी श्राइन बोर्ड की तरफ से यात्रियों की सुरक्षा के लिए कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं. उसमें से यात्री पर्ची की बजाय नई तकनीकयुक्त रेडियो फ्रिकवेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) सर्विस भी एक है. नई आरएफआईडी सर्विस को अगस्त महीने से जरूरी कर दिया गया है. यानी अगले महीने से यदि आप दर्शन के लिए जाते हैं तो आपको यात्री पर्ची लेने की जरूरत नहीं होगी. Vaishno Devi RFID Card News
क्या है आरएफआईडी कार्ड?
आरएफआईडी कार्ड पूरी तरह से चिपयुक्त है, जिसे सर्वर के साथ कनेक्ट किया जाएगा. इसके लिए बाकायदा कंट्रोल रूम भी बनाया गया है. कार्ड में श्रद्धालु की फोटो के साथ पूरी तरह की जानकारी दी गई होगी. यात्रा शुरू करने से पहले Shri Mata vaishno devi श्राइन बोर्ड के यात्रा पंजीकरण काउंटर से आरएफआईडी कार्ड मिलेगा. यात्रा पूरी होने के बाद इस कार्ड को श्रद्धालु को वापस करना होगा. इस कार्ड को मेट्रो टोकन की तरह कई बार यूज किया जा सकता है. Vaishno Devi RFID Card News
Vaishno Devi दर्शन के बाद वापस करना होगा कार्ड:
एक आरएफआईडी की कीमत 10 रुपये है. लेकिन श्राइन बोर्ड की तरफ से श्रद्धालुओं को यह निशुल्क दिया जाएगा. Shri Mata vaishno devi श्राइन बोर्ड ही इसका खर्चा उठाएगा. आरएफआईडी कार्ड का टेंडर श्राइन बोर्ड ने पुणे की एक कंपनी को दिया है. यदि आप ऑनलाइन पंजीकरण करतो हैा तो कटड़ा पहुंचने पर आपके फोन पर मैसेज आएगा कि आपको कितने बजे, किस काउंटर पर जाकर आरएफआईडी कार्ड लेना है. इसके लिए वायरलैस फिडेलिटी फैसिलिटी विकसित की जा रही है.
कब शुरू हुई यात्रा पर्ची?
सबसे पहले 1962 में सूचना विभाग ने श्रद्धालुओं के लिए यात्रा पर्ची का सिस्टम शुरू किया था. 1970 में पर्यटन विभाग ने यात्रा पर्ची की जिम्मेदारी संभाली. 1986 में Shri Mata vaishno devi श्राइन बोर्ड के गठन के बाद यात्रा पर्ची की जिम्मेदारी श्राइन बोर्ड ने अपने हाथों में ले ली. अब इस सुविधा को बंद करके आरएफआईडी कार्ड सिस्टम लागू किया जा रहा है.
RFID Card Full Details (Watch Video): वैष्णो देवी: अगस्त महीने से यात्रा पर्ची बंद | बड़ा बदलाव | अब इस तरीके से होगी यात्रा | 23-07-22 – YouTube
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